बुधवार, 13 अगस्त 2008
एक तारीख ही तो है
१० अगस्त को कुछ चिट्ठाकारों ने स्वतंत्रता दिवस की बधाईयाँ दी थीं। मैंने पूछा कि यार शायद १५ अगस्त को होता होगा स्वतंत्रता दिवस। किसी ने जवाब नहीं दिया है अभी तक। या तो उन्हें बहुत जल्दी थी बधाइयाँ देने की, या फिर उन्होनें वाकई १० अगस्त को स्वंत्रता दिवस मनाया होगा। अब ये दैनिक जागरण वाले और आए हैं १४ अगस्त को लेकर। एक तारिख ही तो है, क्या यह भी याद नहीं रख सकते अब हम? देश के लिए अपने कर्तव्य कैसे याद रखेंगे?
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5 टिप्पणियां:
satya vachan,anil jee sab bhag rahe hain teji se sab ko jaldi hai,kal ka kaam aaj hi niptaa lena chhate hain,us kal ke aaram ke liye jiski kisiko khabar tak nahi hai,achha likha,yehi haal holi-diwaali ka bhi hota hai.badhai aapko
सही लिखा है आपने। काल करे सो आज की तरज़ पर सब निपटाने पर लगे है।
आप सही कह रहे हैं ...
हा हा.....तो नौबत यहाँ तक आ पहुची है........हा हा हा......क्या है की आजकल जल्दी तो सभी को है........और कोई खुशी का मौका हो, तो उसे पहले पाने की जल्दी और भी बढ़ जाती है.........
जैसे की आजकल के लोग Valentine Day आने के १ हफ्ते पहले से ही कसमसाने लगते है........मन में भरी स्फूर्ति फ़ुट रही होती है, और मुहूर्त आने के पहले से ही एक दूसरे को sms भेजना प्रारभ कर देते है.........की देखो ये पावन पर्व आने वाला है, और मैंने तुम्हे सबसे पहले wish किया.......या कुछ ऐसे, की इस पावन पर्व के आने में फलां दिन और फलां घंटे बचे है, परन्तु मैं हे तुम्हे सबसे पहले wish कर रहा हूँ...........हा हा हा...
अब तो लोगो ने त्योहारों को अपने हिसाब से तोड़ने मोड़ने में भी कोई आपत्ति नही है.......जब तक मैं बारहवी तक स्कूल में पढता था, तब तक तो Valentine Day जैसी किसी चिडिया का नाम भी नही सुना था.........Collage आने पर पता चला, की ऐसी भी कोई चीज़ होती है, जो की "एक दिन" के लिए होती है...........आजकल सुना है की Valentine Day परिवर्तित हो कर Valentine week बन गया है.........
फ़िर आजकल लोग "सबसे तेज़" बनने के चक्कर में रत १२ बजे ही अगले दिन का आगाज़ कर देते है..........Collage में रात को आराम से सोते होते थे, और जन्म दिन के पहली वाली रात को १२ बजे ही लोग आ धमक कर हाहाकार मचा जाते थे........
इन सब वाकयों के बावजूद कभी ये न सोचा था, की ऐसा स्वतंत्रता दिवस के साथ भी होने लगेगा.......और ऊपर से किसी समाचार पत्र के द्वारा?? हा हा हा........हद ही हो गई यह तो......
सत्य वचन!
खैर, उनको छोडिये, हम मिलकर कहते हैं, "वंदे मातरम!"
स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं!
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