शुक्रवार, 4 जुलाई 2008

समय उलट रहा है


लोग कहते हैं कि समय एक पहिया है - फिर लौट कर आता है। जैसे कि आदि-मानव कपड़े नहीं पहनता था - और आजकल टीवी पर देखो तो लगता है कि आदि-मानव -- ओह, आदि-मानवी -- वापस लौट रही है।

मेरे एक मित्र हैं जो मुझे इस तरह नमस्कार करते हैं - "हे मैन"

ये बिलकुल उसी तरह नमस्कार कर रहे हैं जैसे की प्राचीन काल में लोग संस्कृत में किया करते थे - "हे देव!"

तो हम "हे" से वापस "hey" पर आ गये हैं। समय का पहिया पूरा घूम चुका है!

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