देखें इस विडियो में कि चीन की तैयारी कितनी पुख्ता लगती है। वहां सेना के जवान जी-जान से अपने देश की लाज बचाने में जुटे हुए हैं। माना कि यह एक तैयारी मात्र है, लेकिन हौसला देखिये - कहीं भी सुस्ती नज़र नहीं आ रही।
और यहाँ भी देखिये। यदि फिर भी आतंकी कामयाब हो जायें तो आम जनता क्या करे? इसकी भी सूचना दी जा रही है।
एक तर्क यह भी है कि चीन में ओलंपिक खेल हो रहे हैं, हजारों विदेशी भाग लेने और देखने आयेंगे। यदि ऐसे में कुछ अनहोनी हो गयी तो देश की इज्जत सीधे कचरे में जायेगी। शायद इसी इज्जत को बचाने के लिये ये लोग इतने जी-जान से जुटे हैं।
लेकिन हमारे भारत में तो मौत का तांडव हो रहा है। क्या हमारी इज्जत दांव पर नहीं लगी है? निपटने के प्रयास हो रहे हैं, सराहनीय हैं। लेकिन चीन की इन कोशिशों के सामने हमारी कोशिशें अभी भी ढीली हैं।
कुछ सुधरे हैं हम पिछले दिनों ही चोट खाकर, लेकिन गुंजाइश अभी भी है।
3 टिप्पणियां:
अनिल, शायद आप को याद हो कि एक स्कूल में जब बच्चों को बंधक बना लिया गया था तो रूस में उसका कैसे दमन किया गया था। अमेरिका में 9/11
के बाद फिर कोई भी कुछ कर नहीं सका। वजह- उनकी सोच है कि पहले देश, बाद में उनका स्वार्थ, उनकी पार्टी। जब तक कोई कानून ठीक सा नहीं बनाते तब तक कुछ नहीं हो सकता दोस्त।
अजी अतांकी कोई दुसरे हो तो यह सब चलेगा ना, यह आधे से ज्यादा अतांकी तो इन के अपने ही होते हे, ओर अपनो को कोन मरवाये,लानत हे इस देश की राज नीति पर, अब हमे ही जागना होगा जागो देश के नोजवानो.
अनिल जी धन्यवाद एक सुन्दर सपना दिखाने का.हमारे यहां सब कुछ हो सकता हे, लेकिन आम जनता के लिये कुछ नही.
बहुत आभार इस प्रस्तुति का. शायद कुछ सीख मिले और भविष्य के लिए तैयार हो जायें.
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