शनिवार, 6 दिसंबर 2008

अमेरिका की पाकिस्तान को चेतावनी


कई दिनों तक पाकिस्तान की हिमायत करने के बाद आज पाकिस्तानी अख़बारों ने कबूल किया है कि अमेरिका ने पाकिस्तान पर मुंबई हमले के सिलसिले में ठोस करवाई करने का आदेश दिया है। पाकिस्तानी अख़बार डॉन में आज सुबह प्रकाशित ख़बर में कहा गया है कि अमेरिका की राज्य-मंत्री कोन्डिलेज्ज़ा राइस ने माना कि "मुंबई हमले के सारे सबूत पाकिस्तान की ओर इशारा करते हैं।" इससे पहले पाकिस्तानी अख़बारों में रिपोर्ट छपी थी कि राइस पाकिस्तान का समर्थन कर रही थीं और उन्होनें पाकिस्तान पर कोई भी आरोप नहीं लगाया था। राइस के प्रेस विज्ञप्ति के विडियो में भी पाकिस्तान के खिलाफ कोई बात नहीं दिखाई गई थी।



लेकिन आज छपी ख़बर में पुरा खुलासा हुआ है। राइस ने पाकिस्तानी मंत्रिमंडल से मुलाकात के दौरान साफ़ कहा कि "ठोस सबूतों के आधार पर माना जा रहा है कि सभी हमलावर पाकिस्तान से सम्बंधित थे। यदि पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया से बचना है, तो सभी दोषियों को ढूंढ निकालकर सज़ा दी जाए। यदि पाकिस्तान दोषियों को सज़ा नहीं देता, तो अमेरिका उन्हें ख़ुद सज़ा देगा। पाकिस्तान के पास इस ज़िम्मेदारी से बचने की कोई जगह नहीं बची है। अमेरिका और भारत दोनों मानते हैं कि इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई या देरी बहुत महँगी साबित हो सकती है। लेकिन अमेरिका या भारत पाकिस्तान पर सीधा हमला कतई नहीं करेंगे।"

पाकिस्तानी मंत्रिमंडल ने श्रीमती राइस के समक्ष भारत की पाकिस्तानी विरोधी गतिविधियों पर भी विचार करने को कहा। पाकिस्तानी मंत्रियों ने आरोप लगाया कि भारत बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग-थलग कर रहा है, और अफगानिस्तान में भारत के एजेंट पाकिस्तानी को अस्थिर करने में सक्रिय हैं। लेकिन श्रीमती राइस ने कहा कि "अभी सिर्फ़ मुंबई के मसले पर बात होगी"

गौरतलब रहे कि इससे पहले भारत और पाकिस्तान ने शांतिवार्ता में अच्छी प्रगति की थी, लेकिन मुंबई हमले के बाद वातावरण फिर से गर्म हो उठा है। शांतिवार्ता की बैठकें स्थगित कर दी गई हैं। दोनों देशों के बीच व्यापर-वार्ताएं भी स्थगित हो गई हैं। भारत के योजना आयोग की पाकिस्तान यात्रा भी टाल दी गई है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने माना कि मुंबई के हमले के बाद दोनों देशों के बीच दरार बढ़ी है, लेकिन उन्होनें आशा जताई कि शान्ति प्रक्रिया जल्द ही बहाल हो जायेगी।

आमतौर पर भारत से पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बयानबाजी ज़रूर होती है, लेकिन बयानों के अलावा कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है। लेकिन इस बार भारत के कठोर रुख से पाकिस्तान स्तब्ध है। हालांकि श्रीमती राइस ने पाकिस्तान पर सैनिक करवाई से इनकार किया है, लेकिन पिछले हफ्ते बराक ओबामा ने कहा था की किसी भी स्वतंत्र राष्ट्र द्वारा अपनी सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाना जायज़ है।

डॉन में छपी इस ख़बर ने पाकिस्तानी मीडिया पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।

http://dawn.com/2008/12/06/top14.htm

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